Ajib Dastan Hai Yeh
Lata Mangeshkar
5:16हम ही नहीं थे प्यार के काबिल भूल तुम्हारी कोई नहीं हम ही नहीं थे प्यार के काबिल भूल तुम्हारी कोई नहीं तन की पुजारी दुनिया सारी मन का पुजारी कोई नहीं हम ही नहीं थे प्यार के काबिल भूल तुम्हारी कोई नहीं वो शहनाई तुम्हें मुबारक हम तन्हाई में रो लेंगे तुम पर कोई दोष न आए भेद न दिल का खोलेंगे तन की पुजारी दुनिया सारी मन का पुजारी कोई नहीं हम ही नहीं थे प्यार के काबिल भूल तुम्हारी कोई नहीं होठ हसेंगे दिल रोएगा दिल को हम समझा लेंगे तुम्हें उजाले मिलते हो तो घर को आग लगा लेंगे तन की पुजारी दुनिया सारी मन का पुजारी कोई नहीं हम ही नहीं थे प्यार के काबिल भूल तुम्हारी कोई नहीं पल भर जलकर दिखलाते हैं सारे जग को परवाने हमें तो जलना सारा जीवन पर ये ज़माना क्या जाने तन की पुजारी दुनिया सारी मन का पुजारी कोई नहीं हम ही नहीं थे प्यार के काबिल भूल तुम्हारी कोई नहीं भूल तुम्हारी कोई नहीं भूल तुम्हारी कोई नहीं