Ajib Dastan Hai Yeh
Lata Mangeshkar
5:16तुम्हारी नज़र क्यूँ खफा हो गई ख़ता बख़्श दो गर ख़ता हो गई तुम्हारी नज़र क्यूँ खफा हो गई ख़ता बख़्श दो गर ख़ता हो गई हमारा इरादा तो कुछ भी ना था तुम्हारी ख़ता खुद सज़ा हो गई हमारा इरादा तो कुछ भी ना था तुम्हारी ख़ता खुद सज़ा हो गई सज़ा ही सही आज कुछ तो मिला है सज़ा में भी एक प्यार का सिलसिला है सज़ा ही सही आज कुछ तो मिला है सज़ा में भी एक प्यार का सिलसिला है मोहब्बत का अब कुछ भी अंजाम हो मुलाक़ात की इब्तिदा हो गई तुम्हारी नज़र क्यूँ खफा हो गई ख़ता बख़्श दो गर ख़ता हो गई हमारा इरादा तो कुछ भी ना था तुम्हारी ख़ता खुद सज़ा हो गई मुलाक़ात पर इतने मगरूर क्यूँ हो हमारी खुशामद पे मजबूर क्यूँ हो मुलाक़ात पर इतने मगरूर क्यूँ हो हमारी खुशामद पे मजबूर क्यूँ हो मनाने की आदत कहाँ पड़ गई सताने की तालीम क्या हो गई तुम्हारी नज़र क्यूँ खफा हो गई ख़ता बख़्श दो गर ख़ता हो गई ला ला ला ला ला हं हं हं हं सताते ना हम तो मनाते ही कैसे तुम्हें अपने नज़दीक लाते ही कैसे सताते ना हम तो मनाते ही कैसे तुम्हें अपने नज़दीक लाते ही कैसे इसी दिन का चाहत को अरमान था क़ुबूल आज दिल की दुआ हो गई तुम्हारी नज़र क्यूँ खफा हो गई ख़ता बख़्श दो गर ख़ता हो गई हमारा इरादा तो कुछ भी ना था तुम्हारी ख़ता खुद सज़ा हो गई ला ला ला ला ला हं हं हं हं