Salaam Aap Par Taajdare Madina
Mohammed Aziz
8:26ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली मोहम्मद के दर पे चला जा सवाली मोहम्मद के दर पे चला जा सवाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली है उस दर का मोहताज सारा ज़माना है उस दर का मोहताज सारा ज़माना है उस दर पे दोनों जहाँ का ख़ज़ाना है उस दर पे दोनों जहाँ का ख़ज़ाना वहाँ दीन दुनिया की दौलत मिलेगी रसूल-ए-ख़ुदा की बदौलत मिलेगी वहाँ तेरा दामन रहेगा न खाली वहाँ तेरा दामन रहेगा न खाली मोहम्मद के दर पे चला जा सवाली मोहम्मद के दर पे चला जा सवाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली नबी शफ़ाए हश्र महबूबे रब हैं नबी शफ़ाए हश्र महबूबे रब हैं फ़रिश्ते मलाएक वहाँ बा-अदब हैं फ़रिश्ते मलाएक वहाँ बा-अदब हैं हुज़ूरे मुक़र्रम में मेरा जब आए ख़ुदा भी है उनका उन्ही की ख़ुदाई ना पाई किसी ने ये शाने जमाली ना पाई किसी ने ये शाने जमाली मोहम्मद के दर पे चला जा सवाली मोहम्मद के दर पे चला जा सवाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली ज़ियारत हो मुझको उसी पाक दर की ज़ियारत हो मुझको उसी पाक दर की तमन्ना है मिल जाए बस ख़ाक दर की तमन्ना है मिल जाए बस ख़ाक दर की रज़ा देख लूँ मैं जो चौखट नबी की वहीं शाम हो जाए ये ज़िंदगी की नज़र आए वो सब्ज़ गुम्बद ओ जाली नज़र आए वो सब्ज़ गुम्बद ओ जाली मोहम्मद के दर पे चला जा सवाली मोहम्मद के दर पे चला जा सवाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली