Taarif Karoon Kya Uski
Mohammed Rafi
5:27सुनते हो एह कल रात सपने में आये थे तुम मेरे महबूब मेरे मेहबूब कल रात सपने में आये थे तुम मेरे महबूब मेरे मेहबूब हा ये बात कब से छुपाए थे तुम मेरे महबूब मेरे मेहबूब सनम वो फ़साना मोहब्बत भरा क्या क्या हुआ था बताना ज़रा सनम वो फ़साना मोहब्बत भरा क्या क्या हुआ था बताना ज़रा रात भर दीप से दीप जलता रहा हमसे नज़रें मिलाके फिर कहो क्या कहा मेरे महबूब मेरे मेहबूब कल रात सपने में आये थे तुम मेरे महबूब मेरे मेहबूब आह आ आ वो भी कहो न जो कह न पाये ओ मैंने ये देखा है के तुम लेके बरात आये ये निराली अदा है मुलाकात की लाज आये जो सोचु बात कल रात की मेरे महबूब मेरे मेहबूब कल रात सपने में आये थे तुम मेरे महबूब मेरे मेहबूब मिलन दो दिलो का बहारो पे हे मेरी जा तुम्हारे इशारो पे है मिलन दो दिलो का बहारो पे हे मेरी जा तुम्हारे इशारो पे है तुम मेरा रूप हो मेरा सिंगार हो तुम मेरी ज़िन्दगी हो तुम मेरा प्यार हो मेरे महबूब मेरे मेहबूब कल रात सपने में आये थे तुम ये बात कब से छुपाए थे तुम मेरे महबूब मेरे मेहबूब मेरे महबूब मेरे मेहबूब