Likhe Jo Khat Tujhe
Mohammed Rafi
3:06ओ तेरे नैनो के मई दीप जालौँगा ओ तेरे नैनो के मई दीप जालौँगा अपनी आँखो से दूनिया दिखलौँगा अच्च्छा, वो क्या है, एक मंदिर है उस मंदिर मे, एक मूरत है यह मूरत कैसी होती है तेरी सूरत जैसी होती है वो क्या है एक मंदिर है मई क्या जानू च्चाँव है क्या, और धूप है क्या मई क्या जानू च्चाँव है क्या, और धूप है क्या रंग बिरंगी इश्स दूनिया का रूप है क्या वो क्या है, एक पर्वत है उस पर्वत पे एक बदल है यह बदल कैसा होता है तेरे आँचल जैसा होता है वो क्या है एक पर्वत है मस्त हवा ने घूँघट खोला कलियो का मस्त हवा ने घूँघट खोला कलियो का झूम के मौसम आया है रंग रलियो का वो क्या है, एक बगिया है उस बगिया मे कई भंवरे है भंवरे क्या रोगी होते हैं नही दिल के रोगी होते हैं वो क्या है, एक बगिया है ऐसी भी अंजन नही मई एब्ब सजना बिन देखे मुझको दिखता है सब सजना अच्च्छा, तो वो क्या है, वो सागर है उस सागर मे इक नैया है अरे तूने कैसे जान लिया मॅन की आँखो से नाम लिया वो क्या है वो सागर है