Ehsan Tera Hoga Mujh Par
Mohammed Rafi
3:27मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम फिर मुझे नरगिसी आँखों का सहारा दे दे मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम भूल सकती नहीं आँखें वो सुहाना मंज़र जब तेरा हुस्न मेरे इश्क़ से टकराया था और फिर राह में बिखरे थे हज़ारोँ नग़में मैं वो नग़में तेरी आवाज़ को दे आया था साज़-ए-दिल को उन्हीं गीतों का सहारा दे दे मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम याद है मुझको मेरी उम्र की पहली वो घड़ी तेरी आँखों से कोई जाम पिया था मैने मेरी रग रग में कोई बर्क़ सी लहराई थी जब तेरे मरमरी हाथों को छुआ था मैने आ मुझे फिर उन्हीं हाथों का सहारा दे दे मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम मैने इक बार तेरी एक झलक देखी है मेरी हसरत है के मैं फिर तेरा दीदार करूँ तेरे साए को समझ कर मैं हंसीं ताजमहल चाँदनी रात में नज़रों से तुझे प्यार करूँ अपनी महकी हुई ज़ुल्फ़ों का सहारा दे दे मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम ढूँढता हूँ तुझे हर राह में हर महफ़िल में थक गये हैं मेरी मजबूर तमन्ना के कदम आज का दिन मेरी उम्मीद का है आखिरी दिन कल न जाने मैं कहाँ और कहाँ तू हो सनम दो घड़ी अपनी निगाहों का सहारा दे दे मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम सामने आ के ज़रा पर्दा उठा दे रुख़ से इक यही मेरा इलाज ए ग़म ए तन्हाई है तेरी फ़ुरक़त ने परेशान किया है मुझको अब तो मिल जा के मेरी जान पे बन आई है दिल को भूली हुई यादों का सहारा दे दे मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम मेरे महबूब तुझे