Aaj Kal Yaad Kuch Aur Rahata Hain
Mohd. Aziz
6:29तेरा नाम जान-ए-वफ़ा है मगर तू बड़ी बेवफा है मेरी जान तुझपर फिदा है मगर तू बड़ी बेवफा है तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करू तो तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करू तो यह मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करू तो यह मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी भारी बाज़म में तुझको रुसवा करू तो भारी बाज़म में तुझको रुसवा करू तो यह मेरी शराफ़त की तौहीन होगी तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करू तो यह मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी ना महफ़िल में होंगी ना मेले में होंगी यह आपस की बाते अकेले में होंगी मैं लोगो से तेरी मैं लोगो से तेरी शिकायत करू तो यह मेरी शिकायत की तौहीन होगी तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करू तो यह मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी सुना है तेरा और भी इक बलम है सुना है तेरा और भी इक बलम है मगर गम ना कर तुझको मेरी कसम है तुझे बेशरम तुझे बेशरम बेमुरावट काहु तो यह मेरी मुरावट की तौहीन होगी तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करू तो यह मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी भारी बाज़म में तुझको रुसवा करू तो यह मेरी शराफ़त की तौहीन होगी तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करू तो यह मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करू तो