Mukhtasar

Mukhtasar

Sajid Wajid & Wajid Khan

Длительность: 5:33
Год: 2012
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Текст песни

मुख़्तसर मुलाकात है
अनकही कोई बात है
फिर रात की शैतानियाँ
या अलग, यह जज़्बात हैं
मुख़्तसर मुलाकात है
अनकही कोई बात है
अनकही कोई बात है…

मुख़्तसर मुलाकात है
अनकही कोई बात है
फिर रात की शैतानियाँ
या अलग, यह जज़्बात है

I cant control this feeling
Dont know whts going on
But i wanna let go, ऊ वू

मौसम यह कहता है
भीगे अंधेरो’न में
डुबकी लगते हैं आ
पर मुझको लगता है
मैं रोक लून खुद को
एहसास है, यह नया
क्या हुआ, मैं हूँ बेख़बर
है नया सा, सुहाना असर
जीत है या मात है
मुख़्तसर मुलाकात है
अनकही कोई बात है

यह तो सुना था
के कुछ ऐसा होता है
पर मुझको भी हो गया
मेरी तो दुनिया बिल्कुल अलग थी
अंदाज़ वो खो गया
देखना, डूबना हो गया
डूबना, तैरना हो गया
क्या असर मेरे साथ है
मुख़्तसर मुलाकात है
अनकही कोई बात है
फिर रात की, शैतानियाँ
या अलग, यह जज़्बात है