Koi Kahe Kehta Rahe
Shankar Mahadevan
5:47यारी में कहीं मौसम कहाँ इसमें तो है दम कभी न भुलाएँ जो साथ हम जैसे कोई तूफ़ां दिन-रात, रात-दिन दिन कैसे होता है हर वक़्त वो करते हैं हम जो दिल कहता है क्या जाने दुनिया हैं कितने कूल हम हर पल जीते हैं कल का क्यूँ गम तक धिन धिन दे या तक धिन धिन दे यो तक धिन तक धिन दे या दे यो, दे यो हर दिन दोस्ती पहले हर दम दोस्ती चाहें हर पल दोस्ती को हम अपनी अदा मानें हर दिन दोस्ती पहले हर दम दोस्ती चाहें हर पल दोस्ती को हम अपनी अदा मानें अभी तो नहीं हम हैं जवां क्यों सोचें हम समझ अभी आई कहाँ क्यों समझें हम दिन रात, रात दिन सभी हमारे वक़्त की रफ़्तार में, कभी नहीं हारे क्या जाने दुनिया हैं कितने कूल हम हर पल जीते हैं कल का क्यूँ गम तक धिन धिन दे या तक धिन धिन दे या तक धिन तक धिन दे या दे यो, दे यो हर दिन दोस्ती पहले हर दम दोस्ती चाहें हर पल दोस्ती को हम अपनी अदा मानें हर दिन दोस्ती पहले हर दम दोस्ती चाहें हर पल दोस्ती को हम अपनी अदा मानें