Dus Bahane
Vishal-Shekhar
3:27कोई कहे, केहता रहे कितना भी हमको दीवाना कोई कहे, केहता रहे कितना भी हमको दीवाना हम लोगों की ठोकर में है ये ज़माना जब साज़ है, आवाज़ है, फिर किस लिए हिचकिचाना जब साज़ है, आवाज़ है, फिर किस लिए हिचकिचाना हो, गायेंगे हम अपने दिलों का तराना बिगड़े दुनिया, बिगड़ने भी दो झगड़े दुनिया, झगड़ने भी दो लड़े भी जो दुनिया लड़ने भी दो हम अपनी धुन में गाओ दुनिया रूठे, रूठने दो बंधन टूटे, टूटने दो कोई छूटे, छूटने दो न घबराओ हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना (हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना) हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना (हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना) आँखों में हैं बिजलिया, साँसों में तूफ़ान है डर क्या है और हार क्या, हम इससे अनजान है हमारे लिए ही तो है आसमान और ज़मीन सितारें भी हम तोड़ लेंगे, हमें है यकीन अम्बर से है आगे हमारा ठिकाना हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना सपनों का जो देस है हाँ हम वहीँ हैं पले थोड़े से दिल फ़ेंक है, थोड़े से ये मन चले जहाँ भी गए अपना जादू दिखाते रहे मोहब्बत हसीनों को अक्सर सिखाते रहे आये हमें दिल और नींदें चुराना हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना कोई कहे, केहता रहे कितना भी हमको दीवाना कोई, केहता, कितना भी हमको दीवाना हो हम लोगों की ठोकर में है ये ज़माना हो जब साज़ है, आवाज़ है, फिर किस लिए हिचकिचाना जब साज़ है, आवाज़ है, फिर किस लिए हिचकिचाना हो गायेंगे हम अपने दिलों का तराना बिगड़े दुनिया बिगड़ने भी दो झगड़े दुनिया झगड़ने भी दो लडे जो दुनिया लड़ने भी दो हम अपनी धुन में गाओ दुनिया रूठे, रूठने दो (दुनिया रूठे) बंधन टूटे, टूटने दो (बंधन टूटे) कोई छूटे, छूटने दो, न घबराओ (कोई छूटे) हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना हो हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना हा हम हैं नए, अंदाज़ क्यूं हो पुराना