Jab Tum Aa Jaate Ho
Sonu Nigam
6:48ठहरो तो सही सोचो तो ज़रा मौसम की रवानी तुम ही तो हो ठहरो तो सही सोचो तो ज़रा मौसम की रवानी तुम ही तो हो सावन की रिमझिम मस्त घटा ये शाम सुहानी तुम ही तो हो ठहरो तो सही सोचो तो ज़रा मौसम की रवानी तुम ही तो हो आहट आहट आती है में प्यार से सुनता जाता हू बागो की महकी गलियो से में कलिया चुनता जाता हू बेचैनी मेरी धड़कन की ख्वाबों की कहानी तुम ही तो हो ठहरो तो सही सोचो तो ज़रा मौसम की रवानी तुम ही तो हो उँचे उँचे पेड़ो पे जब पंछी सुर मे गाते है ऐसा लगता है साज़िंदे कही अपना साज़ बज़ाते है बुलबुल के पैरो की पायल भवरों की ज़ुबानी तुम ही तो हो ठहरो तो सही सोचो तो ज़रा मौसम की रवानी तुम ही तो हो सावन की रिमझिम मस्त घटा ये शाम सुहानी तुम ही तो हो ठहरो तो सही सोचो तो ज़रा मौसम की रवानी तुम ही तो हो