Yeh Lamha

Yeh Lamha

Sunidhi Chauhan, Sandesh Shandilya, & Prof. R.N. Dubey

Альбом: Chameli
Длительность: 4:09
Год: 2003
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Текст песни

थकी थकी सी शाम
फिर जवान होने लगी
उजालों ने चुराए हैं
रात के सब निशान अभी अभी
जिंदगी उड़ रही
बनके धुंआ धुंआ
कल मिले ना मिले
क्या पता कल कहां
आ सवारू तुझे के
जी लूँ मै
यह लम्हा

जब यहाँ दिल से दिल मिले
फिर से प्यार की इक हवा बहे
बाहें फैलाये आ गए है
मिलने को बेक़रार से
ढूंढते फिरते थे
कौन यह खोज से
बैठे हैं पहलुओं
में एक एक किस्से
हसरतें थी किसी की
किसी की ना हो गयी
थकी थकी सी शाम
फिर जवान होने लगी
उजालों ने येआ ओह ओह ये
आसमान से उतरता शोर
चमक रहा है पोर पोर
झिलमिलाती हुई यह रात गाती हुई
इक सुहागण सी रात यह सुहाना समां
कल मिले ना मिले क्या पता कल कहां
आ सवारू तुझे के जी लूं मैं
थकी थकी सी शाम
फिर जवान हो गयी
थकी थकी सी शाम
फिर जवान हो गयी
थकी थकी सी शाम
फिर जवान हो गयी
थकी थकी थकी थकी