O Hansini
Sunil Kumar Goel
4:07जीवन पथ पर शाम सवेरे छाए है घनघोर अँधेरे आ आ आ आ ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे जीवन पथ पर शाम सवेरे जीवन पथ पर शाम सवेरे छाए है घनघोर अँधेरे ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे मैं मूरख तू अंतर्यामी मैं मूरख तू अंतर्यामी मैं सेवक तू मेरा स्वामी मैं सेवक तू मेरा स्वामी काहे मुझसे नाता तोड़ा मैं छोड़ा मंदिर भी छोड़ा कितनी दूर कितनी दूर लगाये तूने जाके लाश पे डेरे ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे तेरे द्वार पे ज्योत जगाते तेरे द्वार पे ज्योत जगाते युग भी ते तेरे गुण गाते युग भी ते तेरे गुण गाते न मांगू में हीरे मोती मांगू बस थोड़ी सी ज्योति खाली हाथ न जाऊँगा में खाली हाथ न जाऊँगा में दाता द्वार से तेरे ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे कब होंगे दर्शन तेरे (तेरे) कब होंगे दर्शन तेरे (तेरे) कब होंगे दर्शन तेरे (कब होंगे दर्शन तेरे)