Saudagar Sauda Kar
Manhar Udhas, Kavita Krishnamurthy, Sukhwinder Singh
7:50झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक झक झक, धक धक, झक झक, धक धक झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक ओ ओ ओ ओ हम्म हम्म हम्म हम्म कहाँ लाया मेरा यार पहाड़ों में, कहाँ लाया मेरा यार पहाड़ों में मेरे लहंगा, हाय मेरा लहंगा, मेरा लहंगा फँस गया झाड़ों में कहाँ लाया मेरा यार पहाड़ों में, मेरा लहंगा फँस गया झाड़ों में कहाँ लाया मेरा यार पहाड़ों में बस्ती से दूर हैं कितने, हम तुम मजबूर हैं कितने बस्ती से दूर हैं कितने, हम तुम मजबूर हैं कितने अपना संजोग है ऐसा, ये प्रेम का रोग है ऐसा ये प्रेम का रोग है ऐसा कोई बचता है एक हजारों में, कोई बचता है एक हजारों में मेरा लहंगा फँस गया झाड़ों में, कहाँ लाया मेरा यार पहाड़ों में झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक ओई मत मार, मत मार मत मार कमर के ठुमके, गिर जाएँगे तेरे झुमके हट, मत छू, मत छू अंग तू मेरा उड़ जाए रंग न तेरा, उड़ जाए रंग न तेरा कर दूर से बात इशारों में, कर दूर से बात इशारों में मेरा लहंगा फँस गया झाड़ों में, कहाँ लाया मेरा यार पहाड़ों में झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक सावन की भीगी रात हो तुम, जलती हुई बरसात हो तुम सावन की भीगी रात हो तुम, जलती हुई बरसात हो तुम मीठी सी लगन लगी है, ये कैसी अगन जागी है ये कैसी अगन जागी है हो जैसे चमके चाँद सितारों में, जैसे चमके चाँद सितारों में हो ऐसी चीज़ तू एक हजारों में कहाँ लाया मेरा यार पहाड़ों में, मेरे लहंगा, हाय मेरा लहंगा मेरा लहंगा फँस गया झाड़ों में, कहाँ लाया मेरा यार पहाड़ों में झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक झक झक रे जुलई झक झक, धक धक रे जियरा धक धक