Heer (Female Version)
Tuneit
3:07आ मैं ''आ'' लिखूं तो आ जाए मैं ''बैठ'' लिखूं तो आ बैठे मेरे ''शाने'' पर सर रखे तो मैं ''नींद'' कहूं तो सो जाए चल आ इक ऐसी ''नज़्म'' कहूं जो ''लफ़्ज़'' कहूं वो हो जाए मैं ''दिल'' लिखूं तू दिल थामे मैं ''गुम'' लिखूं वो खो जाए मैं ''आह'' लिखूं तो हाए करे ''बेचैन'' लिखूं बेचैन हो तू फिर मैं बेचैन का ''बे'' काटूं तुझे ''चैन'' ज़रा सा हो जाए अभी ''ऐन'' लिखूं तू सोचे मुझे फिर ''शीन'' लिखूं तेरी नींद उड़े जब ''क़ाफ़'' लिखूं तुझे कुछ-कुछ हो मैं ''इश्क़'' लिखूं तुझे हो जाए है क्या तड़प, है ये कैसी सज़ा तू क्यूँ मुझे आज याद आ गया बेचैन दिन मेरे, बेचैन रात है क्या मैं करूँ कुछ बता है मेरे पाँव ही, ख़ुद मेरी बेड़ियाँ मुझसे मुझे तू छुड़ा तेरा मेरा रिश्ता पुराना तेरा मेरा रिश्ता पुराना तेरा मेरा रिश्ता पुराना