Sawan Rut Aayi
Ustad Sultan Khan
5:40कोई प्यार से मुझे, यूँही छु के चल दिया कोई प्यार से मुझे, यूँही छु के चल दिया सांसो मे गुल खिले हैं रंगो के सिलसिले हैं तुम नहीं तो हो पिया कोई प्यार से मुझे, यूँही छु के चल दिया हा तुझे पाके पा लिया है मैने कभी खोई सी जहाँ मे हो तुझे पाके पा लिया है मैने कभी खोई सी जहाँ मे तू नहीं हैं तो, कुच्छ नहीं हैं मेरे दिल की दास्तान मे कोई प्यार से मुझे, यूँही छु के चल दिया तू नहीं है फिर भी हरिसी तेरे नूर मे बसी हैं तू नहीं है फिर भी हरिसी तेरे नूर मे बसी हैं तेरी याद मे गया जो वहीं पल को जिंदगी हैं कोई प्यार से मुझे, यूँही छु के चल दिया कोई प्यार से मुझे, यूँही छु के चल दिया सांसो मे गुल खिले हैं रंगो के सिलसिले हैं तुम नहीं तो हो पिया कोई प्यार से मुझे, यूँही छु के चल दिया कोई प्यार से मुझे, यूँही छु के चल दिया कोई प्यार से मुझे, यूँही छु के चल दिया कोई प्यार से मुझे