Ajab Si
Vishal-Shekhar
4:02मैं तां जिया ना मारा हाय वे दासू मैं की करा दिल जुड़े बिना ही टूट गये हाथ मिले बिना ही च्छुत गये की लिखें ने लेख किस्मत ने बार बार रों अँखियाँ टैनउ जो ना वेक सखियाँ खोलिया आए आज कुदरत ने कटा में किवें दिन तेरी सो तेरे बिन मैं तां जिया ना मारा च्चन से जो टूटे कोई सपना जाग सूना सूना लागे जाग सूना सूना लागे कोई रहे ना जब अपना जाग सूना सूना लागे जाग सूना सूना है तो ये क्यूँ होता है जब यह दिल रोता है रोयें सिसक सिसक के हवायें जाग सूना लागे च्चन से जो टूटे कोई सपना जाग सूना सूना लागे जाग सूना सूना लागे कोई रहे ना जब अपना जाग सूना सूना लागे जाग सूना सूना लागे रे सूना लागे रे रूठी रूठी सारी रातें फीके फीके सारे दिन वीरानी सी वीरानी है तन्हाई सी तन्हाई है और इक हम प्यार के बिन हर पल च्चन से जो टूटे कोई सपना जाग सूना सूना लागे जाग सूना सूना लागे कोई रहे ना जब अपना जाग सूना सूना लागे जाग सूना सूना लागे रे पठारो की इस नागरी में पठार चेहरे पठार दिल फिरता है मारा मारा क्यूँ राहों में तू आवारा यहाँ ना होगा कुछ हासिल मेरे दिल छान से जो टूटे कोई सपना ज़ाग सुना सुना लगे जाग सुना सुना लगे कोई रहे ना जब अपना ज़ाग सुना सुना लगे जाग सुना सुना लगे है तो यह क्यूँ होता है जब यह दिल रोता है रोए सिसक सिसक की हवायें जाग सुना लगे छान से जो टूटे कोई सपना ज़ग सुना सुना लगे जग सुना सुना लगे कोई रहे ना जब अपना ज़ग सुना सुना लगे जग सुना सुना लगे रीईईई