Zindagi Kuch Toh Bata - Reprisew-In
Jubin Nautiyal, Pritam, & Neelesh Mishra
4:19थमती चलती ये जुम्बिशें दिखी छुपी ये रंजीशीं गिरता लगे है आसमां चुभता कातों सा ये जहान अंधेरे में ही उजाला खिल जरा सा सही सावलो में ही इरादा मिले और रहीन नई ये हलात है ये जज्बात है (ये हलात है ये जज्बात है) क्यूं दिल में भरे सवालत है (क्यूं दिल में भरे सवालत है) ये हलात है ये जज्बात है (ये हलात है ये जज्बात है) क्या सर से उठा रब्ब का हाथ है (क्या सर से उठा रब्ब का हाथ है) हर पल बदले क्यूं करवटे किस्मत की भीगी सिलवटे ये लम्हा लगता है वीरान क्या मिट पायेगा ये निशान अंधेरे में ही उजाला खिल जरा सा सही सावलो में ही इरादा मिले और रहीन नई ओ हो हो हो हो ओ ओ ओ ओ ये जज्बात ही तो सौगत है (ये हलात है ये जज्बात है) ये सीखे अगर तो क्या बात है (ये सीखे अगर तो क्या बात है) ये जज्बात ही तो सौगत है (ये हलात है ये जज्बात है) ये सीखे अगर तो क्या बात है (ये सीखे अगर तो क्या बात है) ये हलात है ये जज्बात है (ये हलात है ये जज्बात है) क्यूं दिल में भरे सवालत है (क्यूं दिल में भरे सवालत है) ये हलात है ये जज्बात है (ये हलात है ये जज्बात है) क्या सर से उठा रब्ब का हाथ है (क्या सर से उठा रब्ब का हाथ है) ये जज्बात ही तो सौगत है (ये जज्बात ही तो सौगत है) ये सीखे अगर तो क्या बात है (ये सीखे अगर तो क्या बात है) ये जज्बात ही तो सौगत है (ये जज्बात ही तो सौगत है) ये सीखे अगर तो क्या बात है (ये सीखे अगर तो क्या बात है)