Jee Le Zaraa
Vishal Dadlani
3:36दिल मेरे हुक लगी हुआ आवारा हुआ आवारा मैं झूमे जाऊं सपने आँखों से फूट हुए गुब्बारे हुए गुब्बारे मैं उड़ता जाऊं निस्सार है खुमार है निसार है खुमार है निसार है खुमार है क्यों आज मन तितली सा नाचे मचलता जाए हर सपना हज़ार पल जी लूँ एक पल में ख़तम शिक़ायत हर शिकवा हैं खोए खोए खोए खोए खोए खोये से दिन हैं खोये से हम हैं ख्वाहिश को जाग लगी बनी फौव्वारा बनी फौव्वारा मैं भीगी जाउँ दिल का पासा फेंका मैं सब कुछ हारा मैं सब कुछ हारा मैं गिरता जाऊं हैं खोए खोए खोए खोए खोए खोये से दिन हैं खोये से हम हैं हैं खोए खोए खोए खोए खोए खोये से दिन हैं खोये से हम हैं