Itna Na Mujhse Tu Pyar Badha
Talat Mahmood
3:56शाम ए गम की कसम आज गमगीन हैं हम आ भी जा आ भी जा आज मेरे सनम शाम ए गम की कसम दिल परेशान हैं रात वीरान हैं देख जा किस तरह आज तनहा हैं हम शाम ए गम की कसम चैन कैसा जो पहलू में तू ही नहीं मार डाले न दर्द ए जुदाई कहीं रुत हंसीं हैं तो क्या चाँदनी है तो क्या चाँदनी ज़ुल्म है और जुदाई सितम शाम ए गम की कसम आज गमगीन हैं हम आभी जा आभी जा आज मेरे सनम शाम ए गम की कसम अब तो आजा के अब रात भी सो गई ज़िन्दगी गम के सेहराव में खो गई अब तो आजा के अब रात भी सो गई ज़िंदगी गम के सेहराव में खो गई ढूंढती हैं नज़र तू कहाँ हैं मगर देखते देखते आया आंखों में गम शाम ए गम की कसम आज गमगीन हैं हम आ भी जा आ भी जा आज मेरे सनम शाम ए गम की कसम