O Sathi Chal - Romantic Medly
Manjari Banerjee
5:15जब सय्याँआए शाम को तो लग गए चाँद मेरे नाम को जब सय्याँआए शाम को तो लग गए चाँद मेरे नाम को सर पे रख के नाच फिरी मैं हर जलते हुए इल्ज़ाम को जब सय्याँआए शाम को तो लग गए चाँद मेरे नाम को दीवार-ओ-दर, चौखट-वौखट बन गए हैं सब सहेली दीवार-ओ-दर, चौखट-वौखट बन गए हैं सब सहेली ये कुछ पूछे, वो कुछ पूछे, कितने जवाब दूँ मैं अकेली? हज़ारों काम मिल गए हैं यूँ बैठेबैठे-बिठाए इस नाकाम को जब सय्याँआए शाम को तो लग गए चाँद मेरे नाम को हा हा ख़ुद को देखने तक की भी फ़ुर्सत मुझको नहीं मिलती उनके इश्क़ के नूर के आगे शम्मा नहीं जलती ख़ुद को देखने तक की भी फ़ुर्सत मुझको नहीं मिलती उनके इश्क़ के नूर के आगे शम्मा नहीं जलती लाखों नाज़ लग गए हैं फिर ग़ुरूर के इस बदनाम को जब सय्याँआए शाम को तो लग गए चाँद मेरे नाम को सर पे रख के नाच फिरी मैं हर जलते हुए इल्ज़ाम को